सार्वजनिक शिक्षा का संकट और भोजनमाताएँ
भास्कर उप्रेती ज के सरकारी स्कूलों में भोजनमाताएँ केन्द्रीय भूमिका में हैं। भोजनमाता सभी बच्चों को साफ, स्वादिष्ट...
भास्कर उप्रेती ज के सरकारी स्कूलों में भोजनमाताएँ केन्द्रीय भूमिका में हैं। भोजनमाता सभी बच्चों को साफ, स्वादिष्ट...
अर्चना रावत हम महिलाएँ अपने नाम के पीछे देवी लगाती आई हैं पर समाज ने हमें कभी अपनी...
सुहैल वहीद कलावती को खुशी है कि वह गरीबों के लिए साझा शौचालय बनाने और महिलाओं के सम्मान...
चन्द्रकला बुनियादी हक-हकूकों का संघर्ष हो, जल, जंगल, जमीन के संघर्ष अथवा कोई जनान्दोलन, इनमें महिलाओं की हिस्सेदारी...
उमा भट्ट नवम्बर 2014 के आखिरी सप्ताह में मुझे पिथौरागढ़ जिले में कार्यरत संगठन हिमालयन ग्रामीण विकास समिति...
रेनू दिसम्बर 2014 में लालकुआँ में एक छोटी-सी प्रेम सम्बन्ध की घटना को जिस तरह से साम्प्रदायिक रंग...
कंचन भंडारी हर महिला का यह अधिकार है कि वह हिंसा मुक्त व भय मुक्त जीवन जीये। 70...
अशोक सिंह वनाधिकार कानून 2006 को लागू हुए कई वर्ष हो गये। इसके बावजूद वन क्षेत्र में रह...
कुलमीत पहाड़ से शादी के नाम पर लड़कियों को बाहर भेजने का सिलसिला थम नहीं रहा है। इसी...
रेखा चमोली हाड़ और प्राकृतिक आपदाओं का चोली-दामन का साथ है। भूकम्प और अत्यधिक वर्षा के कारण भू-कटाव...
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