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सामाजिक बदलाव की लड़ाई

प्रीति थपलियाल हमारा भारतीय समाज पूरी तरह  पितृसत्तात्मक मूल्यों में टिका हुआ है। जिसमें महिलाओं की स्थिति दोयम...

तेजाबी हमला

कमलेश जैन   विश्व के कई और देशों की तरह भारत  में भी लड़कियों पर तेजाबी हमला करीब-करीब हर...

आत्मकथांश : बरसात के दिन

ओमप्रकाश वाल्मीकि      बरसात के दिन नर्क से कम नहीं  थे। गलियों में कीचड़ भर जाता था, जिससे आना-जाना...

माया गोला की दो कविताएँ

बेटियाँ बेटियाँ कहीं की भी होंएक जैसी ही होती हैंप्यारी सी…..हठीली सी…..सजीली सी……शर्मीली सी……अपने घर से बहुत प्यार...

कमला

ममता थापा कमला की माँ आयी थी उससे मिलने।  आज मेला था, कमला के गाँव में। माँ के...

कहानी : कितने युद्ध

दिनेश कर्नाटक बात उन दिनों की है, जब पाकिस्तानी   सेना की शह पर आतंकियों ने कारगिल तथा उसके...