कमला हैरिस क्या कहती हैं

Kamala Harris

‘‘इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता है कि आपने किसे वोट दिया है। कांग्रेस मैन जॉन लुइस ने कहा था, लोकतंत्र स्टेट नहीं, एक्ट है। अमेरीकी लोकतंत्र उतना ही मजबूत है जितनी हमारी उसके लिए लड़ने की इच्छा। इसकी सुरक्षा करें और कभी इसकी अहमियत कम न करें। हमारे पास लोगों का बेहतर भविष्य बनाने की शक्ति है और जब हमारे देश की आत्मा दांव पर थी तब आप लोगों ने एक नया अमेरिका दिया। जब पूरी दुनिया अमेरिका को देख रही थी, तब आपने एक नया अमेरिका दिया। चार सालों तक आपने समानता, न्याय और अपनी जिन्दगियों और इस धरती के लिए प्रदर्शन किया। और फिर आपने वोट दिया और एक स्पष्ट सन्देश दिया। आपने वोट देकर एक उम्मीद, एकता, डीसेन्सी, विज्ञान व सच को चुना। और इसके साथ आपने अगले राष्ट्रपति के तौर पर जो बाइडेन को चुना।
(Kamala Harris)

मैं आज यहां तक पहुंची हूं तो इसमें सबसे बड़ी भूमिका मेरी मां श्यामला गोपालन हैरिस की है। वह हमेशा हमारे दिलों में रहेंगीं। 19 साल की उम्र में जब वह भारत से अमेरिका आई थीं, उन्होंने इस पल की कल्पना भी नहीं की होगी। लेकिन उनको अमेरिका पर यकीन था, जिसमें ऐसे पल मुमकिन थे। इसलिए मैं उनके बारे में सोच रही हूं। और तमाम उन महिलाओं के बारे में जो महिलाएं अश्वेत हैं, एशियाइट, व्हाइट, लैटिन, नैटिव अमेरिकी महिलाएं। जिन्होंने समानता की लड़ाई लड़ी। जिन्होंने देश के इतिहास में इस पल को मुमकिन बनाने के लिए रास्ता बनाया। वे महिलाएं जिन्होंने समानता और आजादी के लिए बहुत कुछ खोया है। उनमें हैं अश्वेत महिलाएं, जिन्हें कई बार अनदेखा कर दिया जाता है। लेकिन उन्होंने बार-बार साबित किया है कि वे हमारे लोकतंत्र का आधार हैं। मैं भले ही इस ऑफिस में आने वाली पहली महिला हूँ लेकिन आखिरी नहीं हूंगी। क्योंकि हर छोटी बच्ची जो आज रात यह कार्यक्रम देख रही हैं, उसे मालूम है कि अमेरिका असीमित संभावनाओं वाला देश है। और हमारे देश के बच्चे चाहे आपका जेन्डर जो भी हो, हमारे देश ने आपको साफ मैसेज दिया है। महत्वाकांक्षी सपने देखें, लीड करें, यकीन के साथ और खुद को ऐसे देखें जैसे कोई और न देख पाये। क्योंकि शायद उन्होंने ऐसा पहले नहीं देखा होगा। लेकिन याद रखें हम हर कदम पर आपके साथ हैं।

ये शब्द नवम्बर में अमेरिका की पहली महिला उपराष्ट्रपति बनी कमला हैरिस के हैं। वह भारतीय मूल की अमेरिकी नागरिक हैं। जिन्होंने वर्तमान में अमेरिका का उपराष्ट्रपति बनकर इतिहास रच दिया है। हैरिस डेमोक्रेटिक पार्टी से  उपराष्ट्रपति के रूप में चुनी गईं। वह भारतीय मूल की पहली महिला है। वह अमेरिका के उपराष्ट्रपति बनने वालीं पहली एशियाई-अमेरिकी हैं। एक महिला के रूप में उनकी उपलब्धियां सराहनीय हैं। कमला हैरिस 2010 में कैलीफोर्निया की अटार्नी बनने वाली पहली अश्वेत व्यक्ति थीं। 2017 में कैलीफोर्निया से जूनियर अमेरिकी सीनेटर चुनी गयी। 2003 से 2004 तक कैरियर क्रिमिनल यूनिट की इंचार्ज थीं। इसके बाद से वे डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से लगातार राजनीति में सक्रिय रहीं। राजनेता के साथ वह एक लेखिका भी हैं और उन्होंने कई किताबें लिखी हैं। कमला हैरिस ऑकलैंड में पली-बढ़ी हैं। उन्होंने हावर्ड यूनिवर्सिटी से स्नातक की डिग्री ली है। इसके बाद कमला ने कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी से कानून की पढ़ाई की है। हैरिस सैन फ्रांसिस्को में जिला वकील भी रहीं।
(Kamala Harris)

कमला हैरिस का जन्म ऑकलैड में हुआ था। उनकी माता डॉक्टर श्यामला गोपालन हैरिस तमिल भारतीय थी और उनके पिता जमैका-अमेरिकी थे। उनके पिता शिक्षक और माता बे्रस्ट कैंसर वैज्ञानिक रहीं। कमला अमेरिकी राष्ट्रीयता रखती हैं। लेकिन मिश्रित जाति से हैं क्योंकि इनके माता-पिता अलग-अलग धर्मों और देशों से हैं। कमला की मां ने अकेले ही कमला और उसकी बहन का पालन-पोषण किया। अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद 1990 में कमला हैरिस को कैलीफोर्निया के अलमेडा काउंटी में डिप्टी डिस्ट्रिक्ट के पद पर काम करने का मौका मिला। उसके बाद से उन्होंने कभी हार नहीं मानी। 2004 से 2011 तक कैलिफोर्निया की अटार्नी जनरल बनी। यह पहली अश्वेत महिला थी जो इतने बड़े पद पर पहुंची थी। उनके द्वारा दिए गए बयानों को लोग पसंद करते हैं। वह सिस्टमैटिक नस्लवाद को समाप्त करना चाहती हैं और अकसर इस बारे में बोलती हैं।

कमला हैरिस भले ही अपनी पार्टी के अनुसार ही नीति-निर्माण और शासन का संचालन करेंगी। लेकिन उनका आत्मविश्वास और उपराष्ट्रपति बनने के बाद दिए गए उनके भाषण ने निश्चित ही न केवल अमरीकी महिलाओं को बल्कि विश्व के तमाम देशों की महिलाओं को पे्ररित किया है। उनके उपराष्ट्रति चुने जाने से यह भी सिद्ध किया है कि महिलाएं किसी भी मायने में पुरुष से कम नहीं और आज महिलाओं की क्षमता और योग्यता को समाज को स्वीकार करना ही होगा। और यह भी कि प्रत्येक संस्थान और सामाजिक, राजनीतिक व र्आिथक क्षेत्र में महिलाओं को बराबरी के अवसर दिया जाना आज समय की आवश्यकता है। कमला हैरिस केवल महिलाओं का ही नहीं बल्कि पूरी उस आबादी का प्रतिनिधित्व करती है जिसको सदियों से शोषण और उत्पीड़न झेलने को मजबूर होना पड़ा है।
(Kamala Harris)

-चन्द्रकला

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