हमारी दुनियाँ

लिंग परीक्षण के विज्ञापन हटेंगे

सुप्रीम कोर्ट ने गूगल, याहू और माइक्रोसाफ्ट जैसी वेबसाइटों की निगरानी के लिए नोडल एजेंसी नियुक्त करने के लिए केन्द्र सरकार को निर्देश दिए हैं साथ ही इन वेबसाइटों को अपने साइट से भारत में प्रसव-पूर्व लिंग निर्धारण सम्बन्धी विज्ञापन हटाने को कहा है। न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा और न्यायमूर्ति अमिताभ राय की पीठ ने कहा कि ये नोडल एजेंसी सर्च इंजन को उनकी वेबसाइट पर ऐसे किसी भी विज्ञापन के बारे में सूचित करेगी। साथ ही नोडल एजेंसी टीवी, रेडियो और समाचार पत्रों में विज्ञापन देगी कि यदि किसी व्यक्ति  को ऐसी कोई जानकारी मिलती है जिसमें प्रसव-पूर्व लिंग की पहचान की जाती है तो वह उसे नोडल एजेंसी के संज्ञान में लाएगा और एजेंसी उसे इन सभी सर्च इंजन को सूचित करेगा।

हर आयु वर्ग की महिला को प्रवेश

केरल की वाम मोर्चा सरकार ने सत्ता परिवर्तन के बाद पूर्ववर्ती सरकार के फैसले को बदलते हुए सबरीमाल मन्दिर में हर आयु-वर्ग की महिलाओं के प्रवेश के पक्ष को सुप्रीम कोर्ट में रखा है। जस्टिस दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय पीठ के समक्ष राज्य सरकार के वकील ने कहा कि सरकार अब 2007 में दाखिल अपने रुख के अनुसार कदम उठाएगी। जिसमें महिलाओं को मन्दिर में प्रवेश का पक्ष है। 2007 में वाम मोर्चा सरकार ने मन्दिर में महिलाओं के प्रवेश का समर्थन किया था लेकिन राज्य में सत्ता परिवर्तन के बाद कांग्रेस की यूडीएफ सरकार ने इस निर्णय को बदल दिया था। परन्तु अब वाम मोर्चा सरकार फिर से हर आयु-वर्ग की महिलाओं को मन्दिर में प्रवेश के प्रस्ताव को सुप्रीम कोर्ट के सामने रखना चाहती है।

अदिति ने गोल्फ टूर्नामेंट जीत रचा इतिहास

18 वर्षीय महिला गोल्फर अदिति अशोक ने महिला इण्डियन ओपन जीतकर इतिहास रचा है। वह यूरोपियन टूर जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बन गयी हैं। उन्होंने इस टूर्नामेंट में अमेरिका की ब्रिटर्नी लिंसीकोम और स्पेन की मोजो को एक शाट से पीछे छोड़कर यह खिताब जीता। अदिति ने तीन दौर में कुल 213 का स्कोर बनाया और आखिरी दौर में इवन पार 72 का कार्ड खेलकर यह खिताब अपने नाम किया।

अदिति अशोक का जन्म बेंगलुरु में हुआ। इससे पहले वे रियो ओलंपिक 2016 खेलों में और एशियन गेम्स 2014 में भाग लेने  वाली पहली भारतीय महिला गोल्फर रही हैं। उन्होंने पहली भारतीय खिलाड़ी के रूप में एशियन यूथ गेम्स 2013, यूथ ओलंपिक गेम्स 2014 में भी प्रतिभाग किया है।

तीन तलाक के खिलाफ केन्द्र

केन्द्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में शपथ-पत्र दायर कर लैंगिक समानता व धर्मनिरपेक्षता के आधार पर मुसलमानों के बीच तीन तलाक, निकाह हलाला और बहुविवाह प्रथा जैसे मुद्दे पर पुर्निवचार करने का समर्थन किया है। कानून एवं न्याय मंत्रालय की अतिरिक्त सचिव मुकुलिता विजयवर्गीय ने सुप्रीम कोर्ट में दिए हलफनामे में लैंगिक समानता, धर्म निरपेक्षता अन्तर्राष्ट्रीय समझौतों, धार्मिक व्यवहारों और विभिन्न इस्लामी देशों में वैवाहिक कानून का जिक्र किया जिसको संज्ञान में लेते हुये एक साथ तीन तलाक की परम्परा और बहुविवाह पर शीर्ष न्यायालय द्वारा नये सिरे से फैसला किये जाने की बात कही है।

जज्बे को सलाम

दीपिका मेहता ने अपने हौसले व आत्मविश्वास से एक नया मुकाम पाया है। उनके जज्बे को आज भारत ही नहीं पूरा विश्व सलाम कर रहा है। 1997 में ‘रॉक क्लाइम्बिंग’  करते समय वे 40 फीट ऊपर से गिरने के बाद दो साल तक बिस्तर पर रहीं परन्तु उन्होंने हार नहीं मानी और पूरे आत्मविश्वास के साथ योग से जुड़ी औरों को भी सिखाने का मन बनाया। बिस्तर पर रहते हुए ही उन्होंने योग से जुड़ी किताबें पढ़ी और आज कई लोगों के साथ बॉलीवुड की हस्तियों को योग सिखा रही हैं। आज दीपिका मेहता सेलिब्रिटी योग ट्रेनर के रूप में दुनियाभर में प्रसिद्ध हैं।
(Hamari Duniya)

कमला हैरिस व प्रमिला जयपाल की सफलता

कमला हैरिस अमेरिकी सीनेट में पहुँचने वाली भारतीय मूल की पहली महिला बन गयी हैं। उन्होंने कैलिफोर्निया क्षेत्र से सीनेट जीता है। कमला 2010 और 2014 में कैलिफोर्निया की पहली महिला अटॉर्नी जनरल रहीं। इनका जन्म कैलिफोर्निया के ओकलैण्ड में हुआ था। माँ भारतीय व पिता जमैका निवासी होने से ये पहली एशियाई अमेरिकी और पहली अफ्रीकी अमेरिकी के रूप में सीनेट का चुनाव जीतने वाली पहली महिला बन गयी हैं। भारतीय मूल की ही प्रमिला जयपाल ने अमेरिकी संसद के निचले सदन प्रतिनिधि सभा में पहुँचकर इतिहास रचा है। वे इस सभा में पहुँचने वाली भारतीय मूल की पहली महिला बन गई हैं। वित्तीय विशेषज्ञ रहीं प्रमिला राजनीति में आने से पहले वॉल स्ट्रीट में काम कर चुकीं है।

कुमाऊँ की पहली महिला ई-रिक्शा-चालक

हल्द्वानी के बरेली रोड स्थित गाँधीनगर निवासी रानी मसीहा हल्द्वानी में चल रहे करीब 400 ई. रिक्शा में अकेली महिला चालक हैं। रानी के पति की बीमारी के चलते माली की नौकरी छूट गई तो उनके सामने बीमार पति की देखभाल व बेटी के भविष्य के साथ ही रोजी-रोटी का भी संकट आ गया। लोगों ने उन्हें घरेलू मददगार के रूप में चूल्हा-चौका करने की सलाह दी परन्तु उन्होंने अपना रास्ता खुद चुना और फाइनेंस पर रिक्शा लेकर रिक्शा चलाने लगीं। रानी को उनके देवर ने रिक्शा चलाना सिखाया। वे रोज चार सौ रुपये कमा लेती हैं जिससे उनका खर्च निकलता है। वे कहती हैं कि आज महिलाएँ प्लेन उड़ा रहीं हैं, ई-रिक्शा तो कुछ भी नहीं है।

चित्रा डब्ल्यूएफई की चेयरपर्सन बनीं

वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ एक्सचेंजेज (डब्ल्यूएफई) ने एनएसई की प्रबंध निदेशक व सीईओ चित्रा रामकृष्ण को अपना नया चेयरपर्सन चुना है। डब्ल्यूएफई लगभग 45,000 सूचीबद्ध कंपनियों का प्रतिनिधित्व करता है। यह एक्सचेंजों व क्लीयरिंग हाउसों का वैश्विक संगठन है।

कहकशां को बाल शान्ति पुरस्कार

16 वर्षीय भारतीय छात्रा कहकशां ने नोबल पुरस्कार से सम्मानित मोहम्मद युनुस से हेग में बाल शान्ति पुरस्कार ग्रहण किया। कहकशां बसु संयुक्त अरब अमीरात में रहती हैं। उन्होंने 8 वर्ष की उम्र में दुबई स्थित अपने पड़ोस में कचरे के पुनर्चक्रण (रिसाइक्लिंग) के लिए जागरूकता अभियान चलाया था। वह अब मेजर ग्रुप फॉर चिल्ड्रेन एण्ड यूथ ऑफ द यूएन एनवारनमेंटल प्रोग्राम की अब तक की सबसे कम उम्र की वैश्विक समन्वयक बनने जा रही है। उन्होंने विभिन्न अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलनों को संबोधित किया है और उसका संगठन ग्रीन होप दस देशों में सक्रिय है, जिसमें एक हजार से अधिक स्वयंसेवी हैं।

ऐसा भी होता है

भारत में जहाँ इन दिनों तीन तलाक को लेकर बहस छिड़ी हुई है वहाँ तलाक से सम्बन्धित एक घटना संयुक्त अरब अमीरात की है, जहाँ एक पति ने अपनी पत्नी पत्नी को सिर्फ इसलिए तलाक दे दिया क्योंकि वह बिना मेकअप के सुन्दर नहीं दिख रही थी।
(Hamari Duniya)
प्रस्तुति: पुष्पा गैड़ा

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